Cryptocurrency Kise Kahate Hain? मूल परिभाषा
Cryptocurrency kise kahate hain? सरल शब्दों में, क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल या वर्चुअल मुद्रा है जो क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित होती है। यह केंद्रीय बैंकों या सरकारों द्वारा जारी नहीं की जाती, बल्कि ब्लॉकचेन नामक विकेंद्रीकृत तकनीक पर चलती है। Bitcoin (2009 में लॉन्च) पहली क्रिप्टोकरेंसी थी, जिसके बाद Ethereum, Ripple और 20,000+ अन्य सिक्के अस्तित्व में आए। मुख्य विशेषताएँ:
- विकेंद्रीकरण: किसी एक संस्था के नियंत्रण में नहीं
- सुरक्षा ब्लॉकचेन और क्रिप्टोग्राफिक एल्गोरिदम द्वारा
- पारदर्शिता: सभी लेन-देन सार्वजनिक लेज़र में दर्ज
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है? तकनीकी संरचना
क्रिप्टोकरेंसी का संचालन तीन मुख्य तकनीकों पर आधारित है:
- ब्लॉकचेन: डिजिटल लेन-देन का सार्वजनिक रिकॉर्ड, जो कंप्यूटरों के नेटवर्क में वितरित रहता है।
- क्रिप्टोग्राफी: SHA-256 जैसे एल्गोरिदम लेन-देन को सुरक्षित और हैकिंग से बचाते हैं।
- सर्वसम्मति तंत्र: Proof-of-Work (Bitcoin) या Proof-of-Stake (Ethereum) जैसी प्रणालियाँ लेन-देन की पुष्टि करती हैं।
जब आप क्रिप्टो भेजते हैं, तो लेन-देन एक “ब्लॉक” में जुड़ता है। माइनर्स/वैलिडेटर्स गणितीय पहेलियाँ हल करके ब्लॉक को सत्यापित करते हैं और बदले में नए सिक्के कमाते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी के प्रमुख प्रकार (Types of Cryptocurrency)
मार्केट कैप के आधार पर शीर्ष 4 श्रेणियाँ:
- Bitcoin (BTC): पहली और सबसे मूल्यवान क्रिप्टो, “डिजिटल गोल्ड” कहलाती है।
- Altcoins: Bitcoin के अलावा अन्य सभी सिक्के (जैसे Ethereum, Litecoin)।
- Stablecoins: मूल्य स्थिरता के लिए डॉलर/सोने से जुड़े (उदा. Tether, USDC)।
- Utility Tokens: विशिष्ट प्लेटफ़ॉर्म पर सेवाएँ खरीदने के लिए (जैसे Filecoin)।
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे और जोखिम
फायदे:
- कम लेन-देन शुल्क और तेज़ अंतर्राष्ट्रीय भुगतान
- मुद्रास्फीति से सुरक्षा (सीमित आपूर्ति वाले सिक्के)
- वित्तीय समावेशन: बिना बैंक अकाउंट के पहुँच
जोखिम:
- अत्यधिक अस्थिरता: मूल्य में 10-20% उतार-चढ़ाव आम
- रेगुलेटरी अनिश्चितता: देशों में अलग-अलग कानून
- साइबर सुरक्षा खतरे: हैकिंग और स्कैम का जोखिम
क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े सामान्य सवाल (FAQ)
Q1: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कैसे शुरू करें?
A: कॉइनबेस, ज़ेबपे जैसे एक्सचेंज पर अकाउंट बनाएँ, KYC पूरा करें, और UPI/बैंक ट्रांसफर से फंड जोड़ें।
Q2: क्या क्रिप्टोकरेंसी भारत में कानूनी है?
A: हाँ, लेकिन 30% टैक्स और 1% TDS लागू है। RBI इसे मुद्रा नहीं मानता, पर ट्रेडिंग/होल्डिंग वैध है।
Q3: ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी में क्या अंतर है?
A: ब्लॉकचेन वह तकनीक है जिस पर क्रिप्टो चलती है, जबकि क्रिप्टो उस तकनीक का उपयोग करने वाली डिजिटल संपत्ति है।
Q4: क्रिप्टो वॉलेट क्या होता है?
A: यह डिजिटल टूल है जो आपकी निजी कुंजियों (private keys) को स्टोर करता है। हॉट वॉलेट (ऑनलाइन) और कोल्ड वॉलेट (ऑफ़लाइन, जैसे लेजर) प्रमुख प्रकार हैं।